सुंदरगढ़, 26/07/25: देश के दूरदराज़ क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं को सशक्त बनाने की दिशा में निजी क्षेत्र की भूमिका अब और महत्वपूर्ण होती जा रही है। इसका एक प्रेरक उदाहरण हाल ही में ओडिशा के सुंदरगढ़ ज़िले में देखने को मिला, जहाँ वेदांता एल्युमिनियम — भारत की सबसे बड़ी एल्युमिनियम निर्माता कंपनी — ने टीबी रोगियों के लिए पोषण सहायता प्रदान कर एक उल्लेखनीय सामाजिक जिम्मेदारी का निर्वहन किया।
प्रधानमंत्री की ‘निक्षय मित्र’ योजना के अंतर्गत, कंपनी ने सुंदरगढ़ के बलीशंकरा ब्लॉक में 63 टीबी रोगियों को पूरे एक वर्ष तक पोषण किट उपलब्ध कराने की पहल की है। यह सहयोग ‘टीबी मुक्त भारत अभियान’ की सफलता के लिए सामूहिक प्रयासों की अहमियत को दर्शाता है। इस कार्यक्रम का शुभारंभ जिले के मुख्य जिला चिकित्सा अधिकारी (सीडीएमओ) डॉ. सुरेश चंद्र मोहंती, आशा कार्यकर्ताओं और स्थानीय प्रतिनिधियों की उपस्थिति में हुआ।
वेदांता एल्युमिनियम के सीईओ श्री राजीव कुमार ने इस पहल के पीछे की सोच को साझा करते हुए कहा, “हमारा उद्देश्य केवल आर्थिक प्रगति नहीं, बल्कि सामाजिक बेहतरी में सक्रिय योगदान देना भी है। टीबी जैसे रोगों से लड़ाई केवल चिकित्सा से नहीं, बल्कि पोषण और सामुदायिक सहयोग से भी जीती जाती है। इस दिशा में सुंदरगढ़ में हमारा कदम हमारे व्यापक स्वास्थ्य लक्ष्यों का हिस्सा है।”
कार्यक्रम में मौजूद डॉ. मोहंती ने भी इस साझेदारी की सराहना करते हुए कहा, “स्वास्थ्य सेवाओं की पहुँच और गुणवत्ता बढ़ाने के लिए सरकार और उद्योग जगत का एकजुट प्रयास बेहद जरूरी है। वेदांता जैसी कंपनियों का सक्रिय समर्थन जमीनी स्तर पर बदलाव लाने में अहम भूमिका निभा सकता है।”
वेदांता एल्युमिनियम ने इससे पहले झारसुगुड़ा और कालाहांडी में भी 550 से अधिक टीबी रोगियों को पोषण सहायता प्रदान की है। स्वास्थ्य के अतिरिक्त, कंपनी शिक्षा, आजीविका, बुनियादी ढाँचा और ग्रामीण खेल-संस्कृति के क्षेत्र में भी सामाजिक विकास को प्रोत्साहित करती रही है।
स्थानीय प्रशासन और समुदायों के साथ मिलकर काम करते हुए वेदांता का यह प्रयास कॉर्पोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व की एक प्रेरणादायक मिसाल बनकर उभरा है, जो ओडिशा के सर्वांगीण विकास में सहभागी भूमिका निभा रहा है।