लांजीगढ़, 25/04/2025: कभी देश के सबसे पिछड़े जिलों में गिना जाने वाला कालाहांडी, अब सामाजिक और आर्थिक बदलाव की मिसाल बन रहा है। इस परिवर्तन की कहानी में एक अहम भूमिका निभाई है वेदांता एल्यूमीनियम ने, जिसकी लांजीगढ़ स्थित ग्रीनफील्ड एल्यूमीना रिफाइनरी 2003 से इस क्षेत्र में विकास का केंद्र बनी हुई है। शिक्षा, स्वास्थ्य, आजीविका और अब खेलों के क्षेत्र में कंपनी की पहल ने कालाहांडी की छवि को पूरी तरह से बदल दिया है।
इसी क्रम में वेदांता एल्यूमीनियम ने आज ओलंपियन और राष्ट्रमंडल स्वर्ण पदक विजेता तीरंदाज राहुल बनर्जी के साथ साझेदारी की घोषणा की है। यह सहयोग न केवल तीरंदाजी को बढ़ावा देगा, बल्कि लगभग 80 आदिवासी छात्रों को विशेषज्ञ कोचिंग के माध्यम से अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रतिस्पर्धा के लिए तैयार करेगा।
राहुल बनर्जी, जिन्होंने 50 से अधिक अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में भारत का प्रतिनिधित्व किया है, इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में ओलंपिक स्तर की विशेषज्ञता और दृष्टिकोण लाएंगे। उनके अनुभव से प्रेरणा लेकर कालाहांडी के युवा खिलाड़ी अब वैश्विक मंच पर भारत का नाम रोशन करने की दिशा में अग्रसर होंगे।
वेदांता एल्यूमीनियम के सीईओ राजीव कुमार ने कहा, “खेल सामाजिक बदलाव का माध्यम बन सकते हैं। राहुल बनर्जी के साथ यह साझेदारी हमारे उस विश्वास को और मज़बूत करती है कि प्रतिभा हर कोने में होती है—बस उसे सही मार्गदर्शन और संसाधनों की ज़रूरत होती है।”
2018 से वेदांता का खेल प्रशिक्षण कार्यक्रम लांजीगढ़ और आसपास के क्षेत्रों में सैकड़ों युवाओं की प्रतिभा को तराश रहा है। अब तक 100 से अधिक युवा तीरंदाजों को प्रशिक्षित किया गया है और पिछले वर्ष ही इन खिलाड़ियों ने 40 राज्य और राष्ट्रीय पदक जीते हैं।
वेदांता की सामुदायिक पहलों में वेदांता अस्पताल, डेव वेदांता इंटरनेशनल स्कूल, महिला सशक्तिकरण कार्यक्रम ‘सखी’ और युवाओं के लिए कौशल प्रशिक्षण केंद्र शामिल हैं, जिनसे हज़ारों लोग लाभान्वित हुए हैं। इन पहलों ने न केवल शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में प्रगति की है, बल्कि महिलाओं और किसानों को आय के स्थायी स्रोत देकर उन्हें आत्मनिर्भर भी बनाया है।
कालाहांडी की नई पहचान अब सिर्फ अतीत की गरीबी नहीं, बल्कि भविष्य की संभावनाएं हैं—और इस बदलाव की नींव रखी है खेल, शिक्षा और सामुदायिक सशक्तिकरण ने।