भुवनेश्वर, 24/07/25 : भारत के सबसे बड़े एल्युमिनियम उत्पादक, वेदांता एल्युमिनियम, ने अपनी फ्लैगशिप खेल प्रशिक्षण पहल के माध्यम से कालाहांडी जिले के युवा तीरंदाजों का लगातार समर्थन किया है। इसी कड़ी में, आदिवासी बहुल क्षेत्र के किशोर तीरंदाज खिरोड़ कुमार ने कोलकाता में आयोजित प्रतिष्ठित सीबीएसई ईस्ट जोनल आर्चरी चैंपियनशिप में दो स्वर्ण और एक कांस्य पदक जीतकर अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया। अंडर-19 इंडियन राउंड श्रेणी में प्रतिस्पर्धा करते हुए खिरोड़ ने अद्भुत एकाग्रता और शुद्धता का प्रदर्शन करते हुए शीर्ष प्रदर्शन किया। एक समर्पित विद्यार्थी-एथलीट, खिरोड़ ने इससे पहले नेशनल स्कूल आर्चरी चैंपियनशिप में पांच स्वर्ण पदक भी हासिल किए हैं और पिछले तीन वर्षों से वेदांता की तीरंदाजी प्रशिक्षण पहल के तहत संरचित प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं।
इस अवसर पर वेदांता अल्युमिना बिजनेस के सीईओ, प्रणब कुमार भट्टाचार्य ने कहा, “खिरोड़ की उपलब्धियाँ हमारी सूक्ष्म स्तर की खेल पहलों के परिवर्तनकारी प्रभाव की एक जीवंत मिसाल हैं। वेदांता में, हम खेल के माध्यम से ग्रामीण युवाओं को सशक्त बनाने, अनुशासन, आत्मविश्वास और राष्ट्रीय गर्व की भावना जगाने के लिए गहराई से प्रतिबद्ध हैं। हम खिरोड़ की समर्पण और प्रतिभा पर गर्व महसूस करते हैं और कालाहांडी के ऐसे कई और चैंपियनों को आगे लाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।”
वर्ष 2018 में शुरू की गई वेदांता की खेल प्रशिक्षण पहल, वंचित समुदायों के खिलाड़ियों की पहचान और प्रशिक्षण पर केंद्रित है, जिसमें तीरंदाजी और एथलेटिक्स में विशेषज्ञ प्रशिक्षकों द्वारा कोचिंग, गुणवत्तापूर्ण उपकरण और प्रशिक्षण सुविधाएँ उपलब्ध कराई जाती हैं। कंपनी देश भर में विभिन्न प्रतियोगिताओं में भाग लेने का अवसर भी प्रदान करती है। अब तक इस कार्यक्रम के तहत 100 से अधिक युवा तीरंदाजों को प्रशिक्षित किया जा चुका है, जिन्होंने पिछले एक वर्ष में राज्य और राष्ट्रीय चैंपियनशिप में कुल 40 पदक जीते हैं।
वेदांता एल्युमिनियम भारत के ग्रामीण युवा एथलीटों के लिए सार्थक अवसर सृजित करने, उनकी पूर्ण क्षमता को निखारने और देश का नाम वैश्विक खेल मंच पर रोशन करने के अपने मिशन में अडिग है।