वेदांता एल्युमिनियम का “वेदक्षता” स्किल ट्रेनिंग सेंटर ग्रामीण युवाओं को रोज़गार दिलाकर आत्मनिर्भर बना रहा है
भुवनेश्वर, ओडिशा; 04 सितम्बर 2025 – भारत के सबसे बड़े एल्युमिनियम उत्पादक वेदांता एल्युमिनियम ने अपने प्रमुख वेदक्षता स्किल ट्रेनिंग सेंटर के माध्यम से सुंदरगढ़ ज़िले के बिलेइमुंडा गाँव में सामाजिक–आर्थिक परिवर्तन को गति दी है। अब तक इस कार्यक्रम के तहत प्रशिक्षित 87 ग्रामीण युवाओं ने देशभर की प्रतिष्ठित संस्थाओं में नौकरी प्राप्त की है, जिससे यह सिद्ध होता है कि वेदांता स्थानीय युवाओं को उद्योग–उन्मुख कौशल देकर सतत आजीविका के अवसर सृजित करने के लिए प्रतिबद्ध है।
यह पहल दिसंबर 2024 में लॉन्च की गई थी और इसे लर्ननेट स्किल्स लिमिटेड के साथ साझेदारी में लागू किया जा रहा है, जो स्कूलनेट इंडिया लिमिटेड और राष्ट्रीय कौशल विकास निगम (NSDC) का संयुक्त उपक्रम है। प्रशिक्षण केंद्र तीन ट्रेडों में निःशुल्क प्रशिक्षण प्रदान करता है – सिलाई मशीन संचालन, विद्युत रखरखाव, तथा खाद्य और पेय सेवा। आगामी तीन वर्षों में, वेदांता एल्युमिनियम का लक्ष्य है कि वह ओडिशा में अपने कोयला खनन परियोजनाओं (घोघरपाली, जमखानी और क़ुरालोई) के आसपास की ग्राम समितियों से 700 से अधिक युवाओं को प्रशिक्षित करे।
अब तक 36 असिस्टेंट इलेक्ट्रिशियन, 31 सिलाई मशीन ऑपरेटर और 20 फूड एंड बेवरेज सेवा स्टुअर्ड विभिन्न क्षेत्रों में सफलतापूर्वक नौकरी प्राप्त कर चुके हैं। इन नौकरी अवसरों ने ग्रामीण युवाओं को स्थिर आजीविका दिलाई है, जिससे परिवारों की आमदनी में वृद्धि हुई है और युवाओं को सामाजिक–आर्थिक मुख्यधारा में जोड़ा गया है।
इस पहल पर टिप्पणी करते हुए वेदांता एल्युमिनियम के सीईओ राजीव कुमार ने कहा: “कौशल विकास के माध्यम से युवाओं का सशक्तिकरण हमारी समुदायों की क्षमता को उजागर करने और समावेशी विकास को आगे बढ़ाने की कुंजी है। वे दक्षता के ज़रिये हम ओडिशा के ग्रामीण युवाओं को व्यावहारिक कौशल प्रदान कर रहे हैं और उन्हें सार्थक रोज़गार अवसरों से जोड़ रहे हैं। सफल प्लेसमेंट इस पहल के प्रभाव को दर्शाता है, जो शिक्षा और रोज़गार के बीच की खाई को पाटने तथा आत्मविश्वासी और आत्मनिर्भर नागरिक बनाने में सहायक है।”
वेदांता की यह कौशल विकास पहल संयुक्त राष्ट्र सतत विकास लक्ष्य (SDGs) के अनुरूप है, विशेषकर; SDG 1- गरीबी उन्मूलन और SDG 8 – सम्मानजनक काम और आर्थिक विकास साथ ही यह सरकार की विकसित भारत दृष्टि से भी मेल खाती है, क्योंकि यह ग्रामीण रोजगार और उद्यमिता को मजबूती देती है।
वेदांता एल्युमिनियम शिक्षा, स्वास्थ्य, सतत आजीविका, बुनियादी ढांचे और जमीनी स्तर के खेल एवं संस्कृति को प्रोत्साहित करके स्थानीय समुदायों को सशक्त बनाने हेतु समर्पित है। ये प्रयास न केवल संचालन क्षेत्रों में, बल्कि उससे आगे भी सकारात्मक बदलाव लाने और ओडिशा के विकास में सामुदायिक योगदान की भावना को प्रोत्साहित करते हैं। कंपनी स्थानीय प्रशासन और समुदाय के हितधारकों के साथ मिलकर काम करती है ताकि उसके उपाय ठोस सामाजिक–आर्थिक प्रगति का मार्ग प्रशस्त करें।
वेदांता एल्युमिनियम, जो वेदांता लिमिटेड का हिस्सा है, भारत का सबसे बड़ा एल्युमिनियम उत्पादक है और वित्त वर्ष 2024-25 में देश में कुल एल्युमिनियम उत्पादन का आधे से भी अधिक यानी 2.42 मिलियन टन का निर्माण किया। कंपनी वैल्यू–ऐडेड एल्युमिनियम उत्पादों में अग्रणी है, जिनका उपयोग कोर उद्योगों में होता है। एसएंडपी ग्लोबल कॉर्पोरेट सस्टेनेबिलिटी असेसमेंट 2024 में, एल्युमिनियम उद्योग की वैश्विक रैंकिंग में यह 2वें स्थान पर है, जो कंपनी की श्रेष्ठ सतत विकास प्रथाओं का प्रमाण है।
अपनी विश्व–स्तरीय एल्युमिनियम स्मेल्टर्स, एलुमिना रिफाइनरी और बिजली संयंत्रों के साथ, वेदांता एल्युमिनियम “भविष्य की धातु” एल्युमिनियम के उभरते अनुप्रयोगों को बढ़ावा देते हुए हरित कल का निर्माण करने के मिशन को आगे बढ़ा रहा है।