40 आंगनवाड़ी केंद्रों के 450 से ज़्यादा बच्चे इंटरएक्टिव लर्निंग किट्स से लाभान्वित
भुवनेश्वर, ओडिशा; 18 नवम्बर 2025: भारत की सबसे बड़ी एल्युमिनियम निर्माता कंपनी, वेदान्ता एल्युमिनियम ने शुरुआती बचपन की शिक्षा को बेहतर बनाने के लिए बड़ा कदम उठाया है। कंपनी ने जमखानी, घोघरपाली और कुरालोई (ए) नॉर्थ कोल माइंस के आसपास के गांवों के 40 आंगनवाड़ी केंद्रों में 450 से ज़्यादा बच्चों को लर्निंग किट्स दी हैं।
हर किट में दो भाषाओं वाले चार्ट, शेप पज़ल्स, नंबर क्यूब्स और अन्य खेल-खेल में सीखने वाले टूल्स हैं, जिनसे बच्चों में जिज्ञासा बढ़े और सीखने की बुनियाद मज़बूत हो। इस कार्यक्रम में स्थानीय लोग, माता-पिता और वेदान्ता के कर्मचारी स्वयंसेवक शामिल हुए — जिससे कंपनी का सामुदायिक विकास में मिलजुलकर काम करने का तरीका दिखता है।
यह पहल वेदान्ता की लंबे समय से चल रही बाल विकास की कोशिशों का हिस्सा है। इस दिशा में उनका प्रमुख प्रोजेक्ट ‘नंद घर’ है, जिसे 2015 में अनिल अग्रवाल फाउंडेशन ने महिला एवं बाल विकास मंत्रालय के साथ मिलकर शुरू किया था। इसके तहत देशभर में आंगनवाड़ी केंद्रों का आधुनिकीकरण किया गया है, ताकि बच्चों के लिए सुरक्षित और अच्छी शिक्षा का माहौल तैयार हो। सिर्फ ओडिशा में ही ऐसे 531 नंद घर हैं।
इन केंद्रों में प्री-स्कूल एजुकेशन, पौष्टिक खाना और घर ले जाने लायक राशन, नर्स मिडवाइव्स के ज़रिए बुनियादी स्वास्थ्य सुविधाएं, और महिलाओं के लिए स्किल डेवलपमेंट प्रोग्राम चलाए जाते हैं।
वेदान्ता एल्युमिनियम के सीईओ श्री राजीव कुमार ने कहा, “बच्चे हमारे देश का भविष्य हैं। उनके विकास में किया गया निवेश राष्ट्र के भविष्य में निवेश है। हमारी कोशिश है कि हर बच्चा अच्छी शिक्षा, बेहतर स्वास्थ्य और पोषण के साथ आत्म-विश्वास से भरा बड़ा हो सके। हमें पूरा विश्वास है कि जब बच्चे सशक्त होंगे, तभी समुदाय सशक्त होंगे।”
मुंडेलखेता की आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, सुश्री बिष्णुप्रिया गौड़ ने बताया, “हम वेदान्ता एल्युमिनियम के आभारी हैं कि उन्होंने हमारे केंद्रों को ये मज़ेदार लर्निंग सामग्री दी। अब बच्चे पढ़ाई में ज़्यादा रुचि दिखा रहे हैं और अभिभावक भी ज़्यादा शामिल हो रहे हैं।”
शिक्षा और सामुदायिक विकास के लिए वेदांता के कमिटमेंट के बारे में बताते हुए, वेदांता एल्युमिनियम के सीईओ, राजीव कुमार ने कहा, “वेदांता में, हमारा मानना है कि असली तरक्की अगली पीढ़ी को मज़बूत बनाने से शुरू होती है। ‘सुरभि’ चिल्ड्रन्स फेस्टिवल जैसी पहल बच्चों को अपना टैलेंट दिखाने, सेल्फ-कॉन्फिडेंस बढ़ाने और एक अच्छा इंसान बनने का मौका देती है।”
वेदांता एल्युमिनियम शिक्षा, हेल्थकेयर, सस्टेनेबल आजीविका, ग्रामीण इंफ्रास्ट्रक्चर और जमीनी स्तर के खेल और संस्कृति में सामाजिक असर वाली पहलों के ज़रिए ओडिशा को बदलने के लिए कमिटेड है। लोकल अधिकारियों और कम्युनिटी पार्टनर्स के साथ मिलकर काम करके, कंपनी यह पक्का करती है कि उसके काम करने के एरिया में उसके काम से असली सामाजिक-आर्थिक तरक्की हो।

