लांजीगढ़, 11/09/25 : भारत के सबसे बड़े एल्युमिनियम उत्पादक वेदांता एल्युमिनियम ने लांजीगढ़ में अपने प्रमुख स्पोर्ट्स ट्रेनिंग इनिशिएटिव के माध्यम से कालाहांडी जिले के युवा तीरंदाजों को प्रोत्साहन दिया है। हाल ही में इन खिलाड़ियों में से 21 (12 पुरुष और 9 महिला) खिलाड़ियों ने आगामी 26वीं ओडिशा स्टेट ओपन आर्चरी मीट 2025 में जगह बनाई है। चयनित प्रतिभागियों का चयन एसएसडी स्कूल, लांजीगढ़ में आयोजित जिला स्तरीय ट्रायल से हुआ, जिसे वेदांता के सहयोग से कालाहांडी एथलेटिक एसोसिएशन ने आयोजित किया था। कुल 40 तीरंदाजों ने इंडियन राउंड, कंपाउंड और रिकर्व श्रेणियों में प्रतिस्पर्धा की।
2018 में शुरू किए गए वेदांता लांजीगढ़ के स्पोर्ट्स इनिशिएटिव ने कालाहांडी के युवाओं को पेशेवर प्रशिक्षण, राष्ट्रीय स्तर के कोच, आधुनिक उपकरण और किट, लॉजिस्टिक सहयोग और पौष्टिक आहार उपलब्ध कराकर उनकी प्रतिभा को संवारा है। वर्तमान में 40 विद्यार्थी तीरंदाजी और अन्य 40 एथलेटिक्स में प्रशिक्षण ले रहे हैं। इस कार्यक्रम के तहत अब तक 300 से अधिक युवाओं को प्रशिक्षित किया गया है। इस पहल ने उल्लेखनीय उपलब्धियां दिलाई हैं – प्रशिक्षुओं ने वित्तीय वर्ष 2024-25 में राज्य स्तर की प्रतियोगिताओं में 37 पदक जीते, 20 से अधिक राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में प्रतिनिधित्व किया, और दूसरे जन जातीय खेल महोत्सव 2024 में एक राष्ट्रीय पदक हासिल किया।
इस उपलब्धि पर बोलते हुए वेदांता एल्युमिना बिजनेस के सीईओ श्री प्रणब कुमार भट्टाचार्य ने कहा, “यह उपलब्धि केवल युवा तीरंदाजों के लिए ही नहीं, बल्कि पूरे कालाहांडी समुदाय के लिए गर्व का क्षण है। यह दर्शाता है कि केंद्रित प्रशिक्षण और सही सहयोग से क्षमता को कैसे निखारा जा सकता है। हमारा प्रयास है कि क्षेत्र की जमीनी खेल प्रतिभाओं को संवारकर उन्हें उच्च स्तर पर चमकने का सशक्त मंच प्रदान किया जाए। हमें विश्वास है कि हमारे खेल कार्यक्रम से ऐसे और भी कई सफलता की कहानियां सामने आएंगी।”
ऐसी पहलों के माध्यम से वेदांता एल्युमिनियम ओडिशा भर में ग्रामीण युवाओं को सशक्त बनाने और जमीनी स्तर की खेल प्रतिभाओं को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध है। कंपनी ने अब तक तीरंदाजी, हॉकी, कराटे और फुटबॉल में 500 से अधिक युवाओं को प्रशिक्षण दिया है। इसके अलावा इसकी बड़ी सामाजिक प्रभावकारी परियोजनाओं ने 500 गांवों के 4.5 लाख लोगों के जीवन को livelihood, शिक्षा, स्वास्थ्य, आधारभूत संरचना, जमीनी खेल और संस्कृति के क्षेत्र में प्रभावित किया है। अपनी प्रमुख ‘नंद घर’ परियोजना के तहत कंपनी ने ओडिशा में 531 आधुनिकीकृत आंगनवाड़ी केंद्र स्थापित किए हैं, जो राज्य में महिला और बाल विकास को बढ़ावा दे रहे हैं।